कुछ तो खास बात है मुझमे जो उसे नदर अंदाज आया वह जो मुझे दिलोसे चाहता था पर मुझे इस बात का अहेसास भी नही हुआ ना मुझे पछतावा हुवा मै उसे ध्रिना और नफरत जो करती थी ! अब तो बस वह पल निकल गये है ! नाम से मै सीर्फ दि .. हूँ जो उसकी जींदगी मे अंधेरा करके चली गयी हूँ .