एक दिन होगी बरसात खुशियों की
रखेंगे हम तुम बिसात खुशियों की
देखेगी दुनियां बारात हमारी खुशियों की...-
बस कुछ देर तक ही गर्म मिजाज़ रहते हैं
और फिर ठंडे पानी से हो जाते हैं-
यू तो हर एक शक्श मेरा कद्रदान है
पर वोह तो बात ही नहीं करते
तो फिर कद्र करने से हासिल क्या होगा...-
लिखना तो ये था कि...
खुश हूँ तेरे बगैर भी
पर स्याही से पहले
आँसु कागज़ पर गिर गया..-
आप सभी देशवासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं मंगलमय शुभकामनाएं।
झिलमिलाते दीपों की रौशनी का ये पर्व आप सभी के घर में सुख एवं समृद्धि लेकर आए, यही मंगलकामना है।-
ज़िन्दगी को बेवफ़ाई का क्या दोष देना
मेरी तो मौत भी बेवफ़ा निकली...-
आजकल के बच्चे इयरफोन लगाकर चलते हैं,
ओर एक हम थे जो स्कूल से पत्थर को लात मार मार कर घर तक ले आते थे..-
दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी है जो कोई ना कोई चुपचाप
आपसे नफरत 😏 या मोहब्बत कर रहा
होता है-
मेरी सादगी का क्या अंदाज़ा लगाओगे तुम
मै तो गालियां देते वक्त भी आप बोलता हूँ..😌😝-
हों फ़ासले नक़्शों के या फ़र्क़ हों शहरों के
दिल से तो नहीं दूरी.. सरकार अब तो चले आओ-