क्योंकि बदलाव ही जीवन है.
हार कर रुकना न तू कभी,
चलती का नाम ही है ज़िंदगी.
इक जगह ठहरने से क्या होगा हासिल?
चलते रहोगे तो मिल ही जायेगी मंज़िल.
दुःख हो या सुख,हमेशा एक जगह नहीं ठहरता,
वक्त के साथ मौसम बदलता है पर वक्त रहता है गुजरता.-
इक अलग कहानी है हर ज़िंदगी की,
कहीं है ग़म की तो कहीं खुशी की.
यहाँ हर कोई अपने में ही है गुम,
अब किसे अपना कहें हम या तुम?-
इस सुरमई शाम में वादा किया है तेरी-मेरी निगाहों ने,
हर कदम पर साथ निभायेंगे ज़िंदगी की राहों में.-
किताबों के किरदारों की तरह हम
बस कल्पना-लोक में विचरते रह गए
और जब हकीक़त से सामना हुआ तो
अपनों के साथ के लिए तरसते रह गए.-
मैं भी कठपुतली,
तू भी कठपुतली.
रब के हाथों में है
हमारी डोर-ए-ज़िंदगी.
हर किरदार तब तक है यहाँ
जब तक है उसकी मर्ज़ी .-
तूने जो दिया था हमें
वो दर्द कम नहीं हुआ.
वज़ह सिर्फ़ इतनी है कि
देने से पहले नहीं कहा.
मेरे नाज़ुक दिल को तूने
बड़ी बेदर्दी से है तोड़ा,
इतने टुकड़े कर दिए इसके
कि जुड़ने के क़ाबिल भी नहीं छोड़ा.
अब इन टुकड़ों से आती है हर पल आवाज़
सिसकने की जो खोलती रहती है यह राज़
कि दिल न लगाना कभी भी
वरना ताउम्र तड़पेगी ज़िंदगी .-
जो तू है साथ मेरे तो
फिर किस बात का ग़म है?
सारी दुनिया जीत लेंगे ,
एक-दूसरे के साथ जो हम हैं.
-
चाँद-सितारों में क्यों ढूँढे हम अपने नसीब को?
और कुछ क्या माँगें उनसे,जब तुम मेरे क़रीब हो?-
अपनी सोच को सही दिशा
में लेकर चल,ऐ दिल!
आज नहीं तो कल
मिल ही जाएगी मंज़िल.-
आसमां वाले ने जिसके संग बनाई है जोड़ी,
वह सदैव ही स्वस्थ, दीर्घायु और प्रसन्न हो.
चाँद को निहारुॅं,पति की आरती उतारुॅं, फिर माॅंगू
यही दुआ कि जीवन में सुखमय हर क्षण हो.-