उस ख़्याल से मेरा ख़्याल नहीं मिलता,
जिस ख़्याल में तु शामिल नहीं,
ये जिंन्दगी तेरी ही दी हुई अमानत है,
इस जिंन्दगी में तुं नहीं तो ये जिंन्दगी जिंन्दगी ही नहीं.
हेमांगी-
24 APR 2021 AT 23:12
उस ख़्याल से मेरा ख़्याल नहीं मिलता,
जिस ख़्याल में तु शामिल नहीं,
ये जिंन्दगी तेरी ही दी हुई अमानत है,
इस जिंन्दगी में तुं नहीं तो ये जिंन्दगी जिंन्दगी ही नहीं.
हेमांगी-