रात के रंग में ढल गये.वो दिन में सजायें ख्वाब सारे रात के रंग में ढल गये,आगोश में तेरें ख्यालों कों लेकर हम सो गऐं,तन्हां थे हम अपनों की भीड़ में,निंद की आगोश में चले गऐं तो हम तेरें हो गऐं.हेमांगी -
रात के रंग में ढल गये.वो दिन में सजायें ख्वाब सारे रात के रंग में ढल गये,आगोश में तेरें ख्यालों कों लेकर हम सो गऐं,तन्हां थे हम अपनों की भीड़ में,निंद की आगोश में चले गऐं तो हम तेरें हो गऐं.हेमांगी
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