25 APR 2021 AT 17:30

मुझे समझने के लिये.
वो जो तुम कल मुझसे मिलनें आऐ थे तब कहीं और ज़गह रख आऐ थे,
वो दिल लेके आओ,
मझे समझनें के लिये थोड़े ज़जबात ले आऔ,
और कुछ नहीं चाहती सिवा तुम्हारें इश़्क के,
तुम जब भी मुझसे मिलनें आऔ अपना गुरूर, अपना अभिमान, और अपनें आप का "मैं" कहीं छोड़ कर आओ,
मुझे समझनें के लिये सिर्फ प्यार भरा दिल,
और अपनापन लेकर आओ.
हेमांगी

-