मैं बहूत कुछ पढ़नां चाहती हूं,किसी की खा़मोशी,किसी के आँसू,किसी का अकेलापन.हेमांगी -
मैं बहूत कुछ पढ़नां चाहती हूं,किसी की खा़मोशी,किसी के आँसू,किसी का अकेलापन.हेमांगी
-