मै तुम्हारे पास ही हूं,
तुम्हारे काम में,बात में, तुम्हारे हर अलफ़ाज में,
चाहकर भी तुम मुझे खूद से जुदा न कर पाओगे,
वक्त बेवक्त तेरा साथ बनकर चलती हूं,
लोग तो साये में भी तलाश करते है,
पर रूह का कहां कोई साया होता है!
मै तो तेरी धड़कन में बसी हर ऐक आहट हूं,
क्यों ढूंढते हो मुझे तस्वीरो में!
मै तो तेरे आंखो के पर्दे के पीछे पानी के हर एक बूंद मे हूं।
हेमांगी-
1 SEP 2020 AT 7:14