9 AUG 2020 AT 23:44

लम्हा तेरी याद का.
लम्हा तेरी याद का कैद कर रहा है मुझे,
वक्त बेवक्त निंद उडा रहा हे मेरी,
यादों के झरोखों से वो हसीन लम्हों को जीने का ख्वाब देख रहा है,
ये पागल सा मन अब तेरा मुझ से ना होने को सोच नहीं पा रहा है,
लम्हा तेरी याद का ना सुकून दे पाता है,
ना ही मरने देता है,
कुछ रुक सा गया है इस सिनें मे,
ना आंखों से आंसू बेह पाता है,
लम्हा तेरी याद का मुझे तुज मैं कैद कर रहा है.
हेमांगी

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