जरुरी नही कीअल्फाजे मुहब्बत लफ्जो में बयान होकभी कभी निगाहे पढनी भीआना चाहिए जनाब हेमांगी -
जरुरी नही कीअल्फाजे मुहब्बत लफ्जो में बयान होकभी कभी निगाहे पढनी भीआना चाहिए जनाब हेमांगी
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