जब यादें बोलती हैं.
जब यादें बोलती हैं तब दिल में अजीब सी हलचल होने लगती हैं,
ना दिन में चैन मिलतां हैं ना रातों कों नींद नसीब होती हैं,
जेसे खूद की खूद से कोई जंग शुरू होती हैं,
ले जाती है उस वक्त में जब कोई अपनां हुआ करतां था,
जीसके लिऐं निगाहों का इंतजार थकतां न था,
जब जब यादें बोलती हैं तब वक्त ठ़हर जाता हैं.
हेमांगी-
3 FEB 2021 AT 22:52