जब आपके भीतर कुछ मर नें लगता है,फिर इन जीस्म को क्या सुख, क्या दूख.क्या खूशी,क्या गम!हेमांगी -
जब आपके भीतर कुछ मर नें लगता है,फिर इन जीस्म को क्या सुख, क्या दूख.क्या खूशी,क्या गम!हेमांगी
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