इश़्क में अकसर.
इश़्क की गली बहूत ,तंग है,
बहूत से लोंग इस गली से गूज़रते है
कुछ निकल जाते है तो कुछ हमसे कहीं गूम हो जाते है,
इश़्क में अकसर लोग किनारे पहोचते पहोचते की किनारा छोड़ जाते है,
इश़्क में डूबते डूबते उभर जाते है.
हेमांगी-
12 SEP 2020 AT 8:44