हर किसी का जमाना होता है,
आधा अधूरा अफसाना होता है,
कहीं कहीं जस्बात के संदूक मे लिपटा हूआ,
हर किसी का खजाना होता है.
हेमांगी-
19 FEB 2020 AT 17:09
हर किसी का जमाना होता है,
आधा अधूरा अफसाना होता है,
कहीं कहीं जस्बात के संदूक मे लिपटा हूआ,
हर किसी का खजाना होता है.
हेमांगी-