9 OCT 2020 AT 11:24

एक इश़्क ,
एक ख्वाब,
एक दर्द,
एक ही प्यास,
एक ही तडप,
एक ही कसक,
एक मैं,
एक तुम,
कभी लगे अधूरें हम,
फिर भी कहीं कहीं से पूरे हैं हम.
हेमांगी

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