दिल के किसी कोने में
बसेरा है पुरानी यादों का,
रात जब ढलती है,
आंखें सपनों के नगर मैं चलती है,
तब , दिल के किसी कोने में,
लगता है पुरानी यादों का मेला,
दिल घूम आता है,
मन को सुकून दे जाता है,
कभी कभी एक हल्की सी टीस उठती है,
काश!कोई वो बचपन लौटा दे,
वक्त के भवर मे बिछडे वो दोस्त लोटा दे,
दिल के किसी कोने मे.
हेमांगी-
4 MAY 2020 AT 0:29