चलो, आज फिर से कुछ अलफा़ज से इश़्क कीया जाए,में जानती हूं की तुम मेरे हर अलफा़ज में खूद को ही ढूंढते हो.हेमांगी -
चलो, आज फिर से कुछ अलफा़ज से इश़्क कीया जाए,में जानती हूं की तुम मेरे हर अलफा़ज में खूद को ही ढूंढते हो.हेमांगी
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