बेशक बूरा लगता है जब तुम बात नहीं करते हो,पर तकलिफ तब ज्यादा होती है जब तुम नज़रें मिला के नज़र अंदाज़ करते हो.हेमांगी -
बेशक बूरा लगता है जब तुम बात नहीं करते हो,पर तकलिफ तब ज्यादा होती है जब तुम नज़रें मिला के नज़र अंदाज़ करते हो.हेमांगी
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