23 SEP 2020 AT 16:56

बेजान कर गया वो.
जो मेरी जान था,है और रहेगा,
पता नही उस के दिल में कौन सा तूफान उठा और चल दीया वो,
मेरी जिंदगी से,याद से,उन लम्हों से जो कभी साथ बिताए थे,
में नदी सी उछलती,कूदती उस में समाने को हर लम्हां बेताब रहती थी,
पता नहीं कौन सा सैलाब आया और सब बहा ले गया वो,
तेरी छुअन से मेरी रूह में जान आ जाती थी,
वो किस के नज़रों की आग से जल गया एहसास वो,
जान जान करके जिस में बसती थी जान हमारी,
वो आज तन्हाईयों की गली में बेजान कर गया वो.
हेमांगी

-