मे तो मजबूर थी। मेरी मजबूरी को लोगो ने बहाने का नाम देकर,
मुझे ही खुद्दार बना दिया...।।-
Hema Parmar
(Hema Parmar)
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Joined 1 November 2021
22 MAY 2024 AT 22:01
13 MAY 2024 AT 6:26
कुछ उलझन थी ,
किसी को समझाने की जरूरत महसूस न हुई
फिर भी मैं समझाने लगी,फिर उसे कुछ समझ ना आया,
अब पता नही उसे समझ ना आया ,
या फिर बात समझकर भी ना समझ का इशारा कर डाला!!!-
12 MAY 2024 AT 21:52
किसी की पहचान बचाने के लिए हम झुके थे।।
हमारा झुकाव उसे हमारा ही लालच लगा,।।-
23 JAN 2024 AT 7:29
True
सबको हक जताना याद रहता है!!!
पर फर्ज को अक्सर सब भूल जाते है!!!-
19 JAN 2024 AT 16:59
जिनको आदत हो ,वो शिकायत नही करते हैं!!!!
बस बिना कुछ कहे , जिन्दगी से चले जाते है!!!!!-
26 DEC 2023 AT 18:38
जहां कद्र नही है हमारी बात की..।
क्या कद्र होगी हमारे जज्बात की...।।-
24 DEC 2023 AT 11:43
में तो चाहती हूं तुम्हे सब बताना..।
चाहती हूं पूरा हक भी जताना..।।
पर तुम हर बार चले जाते हो,
बनाकर कोई नया बहाना...!!!-
24 DEC 2023 AT 5:23
अफसोस करना छोड दिया...
जो मेरा है ही नही ,
उस पर हक जताना छोड दिया....-