तुझे क्या लगता है देखता सिर्फ तू ही है..
हा, हम नजरे जरूर चुराते है पर चुपके चुपके तुम्हीं को देखते है..
दिखाते नहीं पर तेरी बहुत फिक्र करते है..
तेरी गलियों में अक्सर तुझिको ढूंढा करते है..
खाने का शोख जरूर है पर आजकल तेरी बातों से ही पेट भरते है..
हर बुलेट की धकधक को तेरा ही नाम देते है..
प्यार नहीं है तो क्या हुआ यारियां सिर्फ तुम्ही से रखते है..
दिखाते नहीं पर तुझे रोज याद करते है...
-