अयोध्या में रामलला की विजय की सम्पूर्ण कहानी केवल एक ही किताब मे "विजयगाधा"
Order link in caption-
1st solo book "विजयगाथा"
Writer|Author|Poetess
❤️ शिव सदा सहायते ❤️
एक... read more
ना ही मेरा मन मेला हैं, ना ही मेरा दिल मेला हैं,,,,
सारथी बनो अब माधव तुम्हारा पार्थ बेहद अकेला हैं....!!-
राजकुमार की तरह पाला है उस की माँ ने उसे,,
अरे,मैं क्यो उसे जोरू का गुलाम बनाऊँ?-
सुनिए महोदया
अपने बारे में बहुत कुछ बताया आपने अब हमारी भी सुनिए,,,,,
थोड़ा मौन तो थोड़ा गुस्सा लिए फिरता हुँ,,,,
दिल साफ हैं मेरा पर कभी - कभी इस अंदर के इस शोर से तडपता हुँ
अच्छा तुम मुझे किस हद तक सुन सकती हो?
कभी बेमतलब की बातों पर बिगड़ गया मैं तो साथ छोड़ तो नहीं दोगीं?
नहीं नहीं मैं सिर्फ बातें साफ-साफ करना पंसद करता हुँ,,,,
कभी तारीफ मे कमी हो गई तुम्हारी तो रूठ तो नहीं जाओगी ना? मुझे ठीक से मनाते नहीं आता इसलिए पुछ लेता हूँ,,,,
बहुत भार हैं मेरे कंधे पर असहनीय दुःखो का पहाड़ हैं साथ रह तो लोगी ना?
ताने देती हैं कभी मुझे नाकामयाबी मेरी मैं तुम्हें कभी कुछ मँहगी चीजें ना दे पाया तो जिंदगी भर साथ तो रहोगी ना?
जैसे भी होगा खुश रखुंगा बस धोखा ना देना, याद रहे पवित्रता बनी रहे बस ये वादा_________?
अच्छा अब इसका जवाब तो दोगें ना...?
Read caption-
सुन मेरे हमसफर
अच्छा सुनो,,,,👂🏻
थोडा़ नहीं बहुत गुस्सा हैं मेरे अंदर संभाल तो लोगे ना?
सवाल का बवाल हुँ मैं जवाब तो दोगे ना?
अरे तुम्हें पुरी इज्जत से सजाएंगे अपनी पलकों पर, पर हमे तुम बेइज्जत तो नहीं करोगे ना?
प्यार तो बेशुमार करेंगे तुमझे वादा करो धोखा तो नहीं दोगे ना?
पैसा, गाडी़, बंगला नहीं चाहिए तुम्हारा बस तुम थोड़ा प्यार तो करोगे ना?
सच बोलना, सुनना पढेगा तुम्हें, अच्छा गलत पर मौन तो नहीं रहोगें ना?
याद रहे पवित्रता बनी रहे तुम्हारी, बस वादा करो_________?
ये तो हुई मेरी बात अब अगला वर्णन तुम्हारा हैं जवाब तो दोगे ना?
सुन मेरी हमसफर
अच्छा सुनो,,,,👂🏻
थोड़ा नहीं बहुत गुस्सा है तुम्हारे अदंर अरे संभाल लुंगा मैं,,
सवाल का बवाल हो तुम, हर सवाल का जवाब बेशक दुँगा मैं....
अरे, नहीं भी सजाओगी पलको पर तो भी क्यो बेज्जत करूंगा मैं?
प्यार तो मैं भी बेशुमार करूंगा तुमसे वादा करता हुँ धोखा शब्द ही आने नहीं दुंगा मै,,,,
पैसा, गाडी़, बंगला ये सब किस्समत की बात हैं, तुमने कहां ना बस प्यार ही करूंगा मैं,,,
सच बोलना, सुनना पढेगा मुझे, गलत पर मौन भी नहीं रहुंगा पर कठिन परिस्थितियों मे साथ तो तुम रहोगी ना?
याद रहे पवित्रता बनी रहे तुम्हारी, बस वादा करो_________.....!!!!
-
नीम ओर सच दोनों का बहुत गहरा रिश्ता होता हैं दोनों मे कडवाहट जरूर होती हैं पर दोनों ही दवा का काम करते हैं,
नीम को खाने से ओर लगाने से चेहरा सवरता हैं ठीक वैसे ही सच को बोलने, सुनने ओर स्वीकार ने से जीवन सवरता हैं.....!!-
कहना आसान है कि
अपनी कमियों को अपनी ताकत बना लेना,,,,
पर हकीकत ये हैं कि,,,,,
सामने वाला ही जानता हैं उसकी कमियां ओर लोगों की बातें उसे किस तरह परेशान करती हैं.....!!
-