जब लिखूँ तुम्हे, तो प्रेम लिखूँ,
जो लिखूँ प्रेम, तो गीत लिखूँ
जब गीत लिखूँ तो बोलों में,
मैं तुमको अपना मीत लिखूँ
जब मीत तुम्हे लिख पाऊँ मैं,
तो इसे प्रेम की जीत लिखूँ,
जो जीत है सच, तो इसको फिर
मैं शिव शक्ति सी प्रीत लिखूँ
प्रेम की मेरे जीत
शिव शक्ति सी प्रीत
मेरे सारे बोल, सारे गीत
जो हैं तुमसे मन मीत
मैं लिखूँ तुम्हे, सप्रेम लिखूँ
जब लिखूँ तुम्हे, तो प्रेम लिखूँ
जब लिखूँ तुम्हे तो प्रेम लिखूँ..
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