Harshita Chaturvedi   ((Rahas. safar jindgi ka))
84 Followers · 27 Following

read more
Joined 11 July 2020


read more
Joined 11 July 2020
28 APR AT 10:43

Aaj kal ke badlte daur me , emotion aur time ka motion dono me hi balance ka hona bhut jaruri hai.
Life ki path apki downward sloping hogi ya upward sloping hogi determine karta hai emotions ke factors time ke sath kaise work kar rhe hai . Emotions ke factors jaise time ke sath work karte hai usase life ki utility ka pta chalta hai ki aapne kitna utilise Kiya aur aap satisfied ho ki nhi ,aur ye depend krta hai ki aap kya aur kitni quantity me le rhe ho ,aur balance kaise karte ho , kabhi kabhi to life ka curve left to kabhi right shift ho jata hai but use kaise optimum pe kre ya equilibrium me laye ye smjh nhi aata hai. Aur life me yhi smjh liye to aap apne utility se satisfied bhi rhoge aur usase dusron ko bhi consume krne ka time milega .
By Rahas

-


22 APR AT 0:07

रास्ते मिल कर बिछड़ गए है अभी ,
नदियों के किनारे है दरिया बसी ,
तुम मेरे हो ये विरह है लगी,
आंखों में है बारिश की बूंदे बसी,
हाथों को पकड़ा है तुमने अभी ,
इस भ्रम से अभी हूं मैं जगी,
हर्षी की इश्क तुम्हे न लगी ,
चलो अब यादों में इक घड़ी तो बसी।

-


27 MAR AT 21:58

थक जाते होगे खुद के ही लफ्जों को दुहराते दुहराते,
चलो इस बार ना कह कर तुम्हे आसान बना देते है ।

-


27 MAR AT 21:56

मैंने एक वक्त मुक्कमल कर रखा है आपके लिए ,
अगर उस वक्त में मेरी आवाज न पहुंचे तो समझना ,
मेरी लफ्ज़ों जां में अब जान नहीं रही ।

-


12 JAN AT 10:29

दिल की दरीचों से हर रोज यादों को देखा नहीं करते ,
कुछ यादें दिल में गड़े नश्तर जैसे होते है ।

-


12 JAN AT 10:27

है यादों से परे एक दुनिया हमारी
दरीचो से दिखती है खुशियां सारी
जानें कहां है वो जन्नत हमारी
आंगन में चहकती है चिड़ियां सारी
है यादों से परे एक दुनिया हमारी
कमरों में रहती महक धूप की सारी
बागों में गाती है कोयल हमारी
रसोई में बैठ पकती है पकवानें सारी
है यादों से परे एक दुनिया हमारी
बजारों में बिकती है खुशियां सारी
गमों के किराए ले बसे है बाजारी
दिलों के आहट कलम है रुह हमारी
है यादों से परे एक दुनिया हमारी
दरीचों से दिखती है खुशियां सारी।

-


11 DEC 2023 AT 0:24

खुश हूं तुझसा नहीं और तुझसे दूर हूं ।

-


9 DEC 2023 AT 18:52

एक ही लफ्ज़ क्यूं बार बार दुहराना,
आ कर मिलता हूं क्यूं हर बार कह जाना,
अब आना तो मुलाकात की घड़ी लाना ,
आता हूं हर्षी मिलने ये बात मत लाना ।

-


26 OCT 2023 AT 22:01

तुम से बात करके ये जान लेती हूं कि मैं भी ज़िंदा हूं।

-


18 OCT 2023 AT 22:09

झुकाओ उतना ही भगवन , जिससे कि जड़ से उखड़ न पाऊं,
भावनाओ का बसर भी इतना दो , जिससे दो पल के रास्ते मैं चल पाऊं ।

-


Fetching Harshita Chaturvedi Quotes