कृष्ण सा रंग हैं मेरा,
तुम रूक्मिनी बन जाना,
द्वारका तो नहीं है मेरे पास,
तुम्हारे साथ से द्वारकाधीश बना देना...-
शिकायतो कि भी अपनी,
इजाजत होती हैं...
हर किसी से कही नहीं जाती...-
बहिन, बहु और बेटी,
एक नारी रा रूप अनेक,
सबसु प्यारी माँ होवे,
जद् दिखे चरणा मैं स्वर्ग...-
ख्वाहिशों की गुल्लक में,
सपनों के सिक्कें हैं...
परेशानियों से फटे नोट,
वो भी जिन्दगी के हिस्से हैं..-
सफर हैं तन्हा पर मजिंल कि ,
तरफ चलना तो पड़ेगा,
अगर ढुंढ़ना हैं अपनो को,
तो इस सफर को शुरु तो करना पडे़गा ...-
बाईसा रावले रे गढ़ री खुशहाली,
अर् रुप रो चाँद,
माँ सा हुकूम री लाड़ली,
अर् भुआसा री परछाई,
बाबोसा री कालजा री कौर,
अर् भाईसा री मुछ्या री मरोड़...-
आशियाना चाहें करोडों का हो,
मगर आपकी पहचान आपके,
किरदार से ही होती हैं..-
हौसले भी किसी हकीम,
से कम नहीं होते है.....
हर तकलीफ मैं,
ताकत की दवा दे जाते हैं..-
ख्वाहिशों का भी अपना,
चरित्र होता हैं,
खुद के मन की हो तो,
बहुत अच्छी लगती हैं,
और दुसरो के मन कि हो तो,
बहुत खटकती हैं....-