क्या बताऊँ हाल-ए-वतन यारों,धर्म के ठेकेदारों की चल पड़ी दुकान यारों। - हर्षित "नमन"
क्या बताऊँ हाल-ए-वतन यारों,धर्म के ठेकेदारों की चल पड़ी दुकान यारों।
- हर्षित "नमन"