किस्मत! क्या है किस्मत?
किस्मत वहीं हैं ना, जिसने आपका काम बिगाड़ा था,
या किस्मत वो हैं, जिसने उनका काम संवारा था।
अपनी असफलता देख के, सीधा किस्मत का अपमान किया,
कभी असफलता के कारणों पर, बैठके सोचा और ध्यान किया?
जो कर्म हमने किए नहीं, उसके फल की कामना करते हैं,
ना मिले वो फल तो, किस्मत को कोसा करते हैं।
जो किया होता वो कर्म हमने, तो असफलता की फ़िक्र ना करते
बिना फल, परिणाम मिले भी, किस्मत का कभी जिक्र ना करते।
किस्मत! क्या है किस्मत?
वहीं जो सबके पास है,
वहीं जो सबके साथ है।
उठाओ अपने जीवन का धनुष,
चलाओ अब कर्मो का बान,
दे दो चुनौती किस्मत को भी,
अब कर ही लो अपने बल का अनुसंधान।
- हर्षित ✍️-
ये दिन आगे बढ़ रहे हैं,
पर ये कट नहीं रहे,
ये दिन तो सवर रहे हैं।
दशकों बाद ही सही,
लोग सपनों के साथ साथ,
अपनों की अहमियत भी,
समझ रहे है।
ये दिन कट नहीं रहे,
ये दिन तो सवर रहे हैं।
रोज की भागा दौड़ी के बाद,
जहां दस मिनट मेरी माँ से बात हुआ करती थी,
आज सुबह से शाम उनके साथ ही होती हैं।
ये दिन कट नहीं रहे,
ये दिन तो सवर रहे हैं।
हर वक़्त, उस वक़्त की तलाश करता था,
कब वो करूंगा जो मैंने सोचा था,
इस वक़्त ने वो वक़्त भी मुझे दे दिया,
खुद को समझने का अवसर दे दिया।
ये दिन कट नहीं रहे,
ये दिन तो सवर रहे हैं।
मत हो निराश,
मत हो परेशान,
जी भर के जियो,
ये हसीन शाम,
कल ने ये आज दिया है,
आज फिर से कल देगा,
आपकी उम्मीदों से ज्यादा
हसीन और खूबसूरत पल देगा।
- हर्षित✍️
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कर,
तू कर्म कर,
मत कर,
तू फल की चिंता मत कर।
जो कर्म करेगा,
तो फल मिलेगा ही,
जो फल की कामना करेगा,
तो कर्म कभी होगा नहीं।
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मेरा एक आलीशान आशियाना हैं,
हर किसी को दिखता नहीं, पर बड़ा सुहाना हैं,
दिखावटी महंगी वस्तुओ से नहीं बना वो,
वो दिल है मेरा, जहां माँ - बाप के रूप में मेरा नजराना हैं।
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तू एक बात मान ले,
तू एक हाथ थाम ले।
बातो में मत उलझा,
तू अपनी गुत्थी खुद सुलझा।
या तो खुदा पर भरोसा कर,
और किस्मत का हाथ तू पकड़,
डगमग ही सही, राहों को देखता,
तू आगे बढ़, तू आगे बढ़।
या फिर खुद पर भरोसा कर,
मेहनत का हाथ तू पकड़,
अपने जुनून का घुट पी,
अपना रास्ता तू खुद सीं,
आत्मविश्वास से खुद को भर,
तू आगे बढ़, तू आगे बढ़।
तू एक बात मान ले,
तू एक हाथ थाम ले।
बातो में मत उलझा,
तू अपनी गुत्थी खुद सुलझा।
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बीता कल भी तेरा था,
अगला पल भी तेरा है।
बना ले उस कल को हल तू,
सीच दे अपने आने वाले पल तू।
आज ही जागना होगा,
समय को पहचानना होगा,
जलते दिए की लौ भांति,
हर कर्म सुधारना होगा।
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You can never fail, unless you want to.
(Don't confuse failure with setbacks.)-
जो गर्व आप हासिल करते हो अपने जीवन में आगे बढ़ते हुए, वो एक ऐसे हीरे के समान है जिसे आपको पहनना ही चाहिए। वो आपकी पहचान बनता है।
बशर्ते आपको ये निश्चय करना चाहिए कि कब इसकी जरूरत नहीं है।🙏🏻-