अक्सर दूसरों के साथ ग़लत करने के बाद ही
लोगों को प्यार ज़ाहिर करना सही लगता है।-
प्रेम क्या है ?
प्रेम एक स्त्री का हृदय है, जो बिलकुल कोमल है। उसमें कोई परत नहीं है। एक ही इच्छा से पूरी उम्र गुजार देती है कि उसको भी बदले में थोड़ा सा सम्मान मिले जिसकी वो हकदार है।
स्त्री का सबसे सुंदर रूप माँ का है। इस रूप में औरत पार्वती भी रहती है और काली भी बन जाती है। बच्चों के मोह भी डूबी स्त्री सबसे भोली मूरत है ईश्वर की। ऐसी स्त्री के साथ मनुष्य तो छल कर सकता है लेकिन ईश्वर उस स्त्री के अधीन है जिसनें अपना सब कुछ अपनी औलाद पर नयोछावर कर दिया।
Happy women’s day to you all.
❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️-
Every child is a blessing to her parents.
Remember you are already someone’s child.-
कुछ दिन ऐसे भी होते है जब आपकी ज़ुबान आपका साथ नहीं देती। हम किसी से अपने मन की तकलीफ़ बयान नहीं कर पाते। उन दिनों में साथ देती है आपकी आँखें। आँखें जो अक्सर मुस्कुराती या खिलखिलाती रहती है, वहीं आँखें ख़ामोश हो जाती है। हम सुन्न पड़ जाते है। काश ये दिन कभी आए ही नहीं और अगर आए तो इतनी हिम्मत लेकर आए कि किसी के जाने से भी फर्क ना पड़े।
तकलीफ़ देने वालों की ज़ुबान में हड्डी नहीं होती और तकलीफ़ सहने वालों की ज़ुबान टूट चुकी है इसीलिए वह अपने हक़ के लिए भी नहीं बोल पाते। कड़वा बोल कर मीठा खिलाने से बेहतर है कि मीठा बोल कर कच्चा करेला खिला दो। वह करेला इतना नहीं चुभता जितना की वो मीठा दिल को चीरता है।
आदमी का सबसे बड़ा दुश्मन मोह है। यह मोह हमें ना जीने देता है और ना ही मरने देता है। किसी से प्रेम करना आपको मज़बूत बनता है लेकिन उसी इंसान को खोने का डर आपको निहायती कमज़ोर बना देता है।-
प्यार का इज़हार कर तो हम भी कर सकते है ,
लेकिन इज़हार-ए-मोहब्बत तुम करो तो बात ही कुछ और हो।-
एक समय के बाद सब बदल जाता है,
आपके सोचने समझने का तरीक़ा भी
जिंदगी के सिखाए सबक़ के तहत ही काम करता है।
आप कितना भी प्रेम को तवज्जो दें
लेकिन सच यही है कि एक बेहतर भविष्य का निर्माण
केवल प्रेम मात्र से नहीं हो सकता।
उसके लिए आपको कुछ कठोर कदम उठने ही पड़ते है
बलिदान सिर्फ़ ख़ुशियों का नहीं
प्रेम का भी हो सकता है।-
दिखाता है तो सच्चाई
जिसे स्वीकार करना कठिन है
किंतु स्वीकार कर ली जाए तो
जीवन आसान हो जाता है ।-
हर कश्ती का किनारे लगना जरूरी तो नहीं,
कुछ की तो मंजिल ही सफर है।-