ना हिंदी अच्छे से आई, ना उर्दू अच्छे से आईजहाँ भी इंसानियत देखी शायरी निकल आई - ShayaR HR
ना हिंदी अच्छे से आई, ना उर्दू अच्छे से आईजहाँ भी इंसानियत देखी शायरी निकल आई
- ShayaR HR