18 MAY 2019 AT 10:00

अप्प दीपो भव ।
(आत्मदीपो भव)


किसी दूसरों से उम्मीद करने की बजाये अपना प्रकाश (प्रेरणा) खुद बनो।


- बौद्धसूत्र

- हर्षलः