सुन्दर सुन्दर सुशील सुनहरा
श्यामल मनोहर रूप तेरा
सबको भायें स्वरूप शंकधर
सागर सा विशाल मन तेरा-
जीवन की एक डोर हैं बंधन l
प्रेम और विश्वास से बांधे हर मन l-
राहों में काँटों का बिखरना भी
जीवन में जरूरी होता हैं
सफर का हर दर्द, हर जख्म
फिर से संभलना सिखाता हैं
_हर्षद वेंगुर्लेकर-
राहों में काँटोंका बिखरना भी
जीवन में जरूरी होता हैं
सफर का हर दर्द, हर जख्म
फिर से संभलना सिखाता हैं-
Under the stars
with silent night
Chirping on flutes like
glazing the mind
Whispering with air
rewinds the memories
My soul feels blissful
reminding your dreams-
सर्द मौसम
बर्फिली वादियों में
मुस्कुराती तूं
_हर्षद वेंगुर्लेकर-
तटस्थ
करवंदाचं झुडूप एकटं
पाण्यात तटस्थ उभं होतं
पुरात वाहणाऱ्या वृक्षांना
सहानुभूतीनं बघत होतं
_ हर्षद वेंगुर्लेकर-
निवडणुकीत माणसं
जनावरांसारखी वागतात
कुणाच्याही हाकेनं
कुठेतरी भरकटतात
_हर्षद वेंगुर्लेकर-
इंद्रधनु
सप्तरंगी सरगम छेडूनी
जलबिंदू ओघळती जणू
आठवून तुज नभांआडूनी
मोहरूनी जाई तनु
_हर्षद वेंगुर्लेकर-