शीतल ज्वाला जलती हैंईधन होता दृग जल कायह व्यर्थ साँस चल-चल करकरती हैं काम अनल का। - SH Kumar
शीतल ज्वाला जलती हैंईधन होता दृग जल कायह व्यर्थ साँस चल-चल करकरती हैं काम अनल का।
- SH Kumar