ये जो रोज़ -रोज़ रुलाते हो ना मुझे,
एक दिन ऐसा आएगा कि तुम्हें मुझे देखना भी नसीब नहीं होगा...
इतनी दूर चले जाएँगे तुमसे, कि लाख ढूँढ लेना हमें हर जगह,लेकिन कहीं पर भी हमारा नामोनिशान नहीं होगा.........-
ना मुझे तुमसे दूर जाने देते हो ना ही खुद मेरे पास आते हो,
कुछ समझ ही नही पा रही हूँ मै कि दिल में तुम्हारे क्या है,
आख़िर ऐसा कर के तुम जताना क्या चाहते हो???.....-
कहना तो बहुत कुछ चाहते है तुमसे,
लेकिन ना हमारे पास लफ्ज़ है, ना तुम्हारे पास हमारे लिए वक़्त......-
"हमेशा खुश रहा करो" ये भी तुम ही कहते हो,
लेकिन जब भी कोई खुशी मेरे दिल पे दस्तक दे रही होती है,उससे पहले ही मेरी आँखों में ये आँसूओं का तूफ़ान क्यों ले आते हो.....
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जर आयुष्यात कधी कोणावर खरं प्रेम कलं असेल तर ती व्यक्ती सोडून गेल्यावर त्या प्रेमाला कधीच Regret करू नका...
कारण जिच्यावर तुम्ही प्रेम केलंत ती व्यक्ती जरी चुकीची असली तरी तुमच्या भावना खऱ्या होत्या...😊❤-
काही माणसं आयुष्यात अचानक येतात आणि आपल्या मनात एक खास जागा करून राहतात...काही काळानंतर ते बदलतात...मग त्यांना ना आपली काही किंमत उरते ना आपल्या भावनांची...
पण तरीही आपण त्यांच्याच मागे धावत असतो...
कदाचित ह्यालाच प्रेम म्हणत असावेत...
जिथे समोरच्याला आपली कदर नसतांनाही आपण मात्र नेहमी स्वतःच्या आधी त्यांचाच विचार करत असतो....-
हम तो इन्तज़ार कर रहे थे उनका उसी मोड़ पर,
वो लौटे तो ज़रूर मगर पराये कि तरह...
अब तो यक़ीन नहीं होता के ये वही इन्सान है,
जो कभी साथ रहता था मेरे साये की तरह........-
जिंदगी तो बस दो पल का क़िस्सा है,
और वो...वो तो मेरी ज़िंदगी का सबसे प्यारा हिस्सा है ❤-
जब कोई कहता है कि भूल जाओ उसे, जो तुम्हारा हो ना सका...
अब उनको कैसे बताये कि वो मेरे लिए क्या है, ये बात तो वो खुद भी अब तक जान ना सका......-
खामोश तो वो भी थे, जब हमारा दिल टूटा था...
ख़ैर छोड़िए, आख़िर कहते भी तो क्या...
उन्होंने ने ही तो मेरी ज़िंदगी की सारी खुशियों को लूटा था..........-