दरवाजे बंद हैं खुशियों का पता नहीं
मौसम मंद है सुर्खियों का पता नहीं
ये जिंदगी है मेरे दोस्त
यहां पर आखिरी सांस का पता नहीं-
Harsh singh Rajput
(Harshsrajput)
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ईश्वर का वरदान है लिखना मेरी पहचान है मै हर लेखक का दिल से सम्मान करता हूं मै हर लेखक की क... read more
Joined 20 November 2018
15 MAY 2021 AT 20:30
10 MAY 2021 AT 1:32
मां को खुश रख कर देख
मंदिर और मस्जिद में क्या ढूंढता रहता है
मंदिर और मस्जिद खुद तेरे घर होंगे
अपनी मां को तो वो भी पूजता है जिसे तू खुदा कहता है-
10 MAY 2021 AT 1:21
खुशी की शुरुआत जिससे वो मां होती है
जब हम रोते हैं तो वह भी रो देती है वो मां होती है
भूखे रहकर जो हमे खिला दे वो मां होती है
मां बच्चे की जान होती है-
3 DEC 2020 AT 6:07
लम्हा बीत जाता है किसी को समझते समझते हैं
और कोई हमारी खुशी बता कर अपनी खुशी के लिए छोड़ जाता है-
28 NOV 2020 AT 11:29
इंतजार भी अब सताने लगा है
थोड़ा-थोड़ा अब रुलाने लगा है
करूं भी तो करूं कैसे बयां
तेरे बिन अब ये दिल तड़पने लगा है-