बदलती दुनिया को देख,
ख्वाहिशें अब कुछ नहीं है!
ख्वाहिशें छोड़ दी हमने भी,
क्योंकि दिल में आरज़ू अब कुछ नहीं है!
जिंदगी चल रही है चलने देते है
जिंदगी से मंगना अब कुछ नहीं है!!-
समझौता उसूलों से मत करना,
राह में कठिनाइयां आएंगी!
अपने ख़्वाबों से मत डरना,
तुम दिशा मत बदलना!
समय लगता है ख़्वाबों को पूरा होने में,
कितनी भी मुश्किलें आए!
खुदपर भरोसा रखना,
तुम दिशा मत बदलना!
एक दिन ऐसा भी आएगा,
तुम गिरोगे संभलोगे और फिर से चल उठोगे!
अपने हौसलों को मत परखना,
तुम दिशा मत बदलना!
सही दिशा में अगर जाओगे,
अपनी मंजिल को करीब पाओगे!
आसान हो जाएगा चलना,
तुम दिशा मत बदलना!!-
गुम कर दिया खुदको मैंने
एक अँधेरी रात में,
अब ढूंढ रहा हूँ खुदको
एक अनचाही तलाश में,
बंजारा सा फिर रहा हूँ
एक उलझी सी राह में,
पूरी ज़िन्दगी गवा बैठा हूँ
एक नई सुबह की आश में !!-
यह पेड़ राह देखते है
बच्चों की किलकारियों का इंतज़ार करते है,
आज हर बच्चा मोबाइल फ़ोन में लगा है
पार्क में मैदान में खेलने कोई आता नहीं!!-
आज के समय में कोई अपना नहीं
हर साँस अकेली है,
चाहकर भी कुछ न कर पाना
यही जिंदगी की एक पहेली है,
खुद अकेले आगे बढ़ते जाना है
यहाँ न कोई दोस्त न कोई सहेली है!!
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हमारी बादशाहत क्या कम हुई,
लोगों ने ताल्लुक रखना बंद कर दिया,
यह वही लोग है,
जिनके लिए हमने खुदको गिरवी रख दिया,
आज दौर ऐसा आया,
हर एक ने हमसे किनारा कर दिया!!-
खुद ही किनारा लगाओ,
किसी दिन डूब जाओगे
उस दिन खुदको अकेला पाओगे,
जीवन की नैया को पार लगाओ
तुम खुद केवट बन जाओ !!-
आज फिर एक नई सुबह हुई है,
किसी को लिखना है तो
किसी को पढ़ना है,
यह जिन्दगी इसी भाग दौड़ में
उलझी हुई है !!-
पुरानी बात हुई
हर किसी से मुलाकात हुई,
सोचा था अब सबेरा होगा
लेकिन फिर से वही रात हुई,
अपने में खोए हुए थे हम,
आज फिर से बेमौसम बरसात हुई !!-
झूठ एक न एक दिन मर ही जाता है,
सच्चाई कितनी भी मजबूर क्यों न हो
झूठ कमजोर पड़ ही जाता है,
जिंदगी में हमेशा सच्चाई का साथ दो
झूठ का क्या है एक दिन सामने आ ही जाता है !!-