मेरी प्यारी छोटी बहना
मुझे तुझसे बस
इतना है कहना...
मुश्किलें बेशक
तेरी राह में आएगी अनेक
पर निडर होके,
नदी सी तू बहती रहना...
मैं हरदम रहूंगा साथ तेरे
बस तू भी मेरे साथ रहना
और जीत लेना दुनिया सारी
पहन कर हौसले का गहना...
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ज़िक्र तिल का था..
जब गुड़ पे लगा तो
गज़क हो गया,
जब गाल पे लगा तो
गजब हो गया
#मकर संक्रांति की शुभकामनाएँ-
ये भी जरूरी है
अपने जहन मैं
राम को ज़िंदा रखना
क्योंकि सिर्फ पुतले जलाने से
रावण नहीं मरते ।-
आगोश वो, नींद मैं,
सुकून वो, बेचैन मैं,
हलचल वो, ठहरी मैं,
सागर वो, गहरी मैं,
सवेरा वो, शाम मैं,
मतलब वो, नाम मैं,
जन्नत वो, कफन मैं,
ज़िंदगी वो, दफन मैं,
शाम वो, इंतज़ार मैं,
मुस्कराहट वो, जरिया मैं,
इश्क़ वो, मंजर मैं,
मेरा सबकुछ वो, उसकी जान मैं।-
रोज तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है,
चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है।-
जिसकी मासूमियत ने मुझे बर्बाद कर दिया...
जा इस 15 अगस्त मैंने उसे भी आज़ाद कर दिया।-
गुलाम थे,तो सब हिंदुस्तानी थे साहब।
आजादी ने सबको हिन्दू मुस्लिम बना दिया ।-
कल तक मुँह तक उड़ती थी,
आज पैरो से लिपट गयी !
चंद बुँदे क्या बरसी बरसात की,
धूल की फितरत ही बदल गयी।-
तुम यार थे मेरे, चलते-चलते इश्क़ बन गए
दिन की सूरज ,और रातों के चाँद बन गए ;
तुम वजुद बन गए, दिन इमान बन गए
देखो यार तुम आज मेरे मज़हब औऱ जात बन गए ;
ख़ुदा बन गए।-
चाँद आसमानों से है लापता
पूछनें चला था,सूरज से उसका पता
पर आजकल है वो खुद
बादलों में छुपा-छुपा।-