जिस महफिल ने ठुकराया हमको, क्यों उस महफिल को याद करे।आगे लम्हें बुला रहे हैं, आओ उनके साथ चलें। - हर्ष नबाब
जिस महफिल ने ठुकराया हमको, क्यों उस महफिल को याद करे।आगे लम्हें बुला रहे हैं, आओ उनके साथ चलें।
- हर्ष नबाब