ये तेरी नज़र है, सारा कुछ इसी का तो असर है।
ये जादुई है या नशीली पता नही, पर खुदा कसम ये कहर है।।
तुझे बनाया फुरसत में था, या छुट्टी के दिन पता नही।
पर तु जो भी है, तेरे जैसा कोई नही खुदा की बस तुझ पर ही मेहर है।।-
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https://youtu.be/vvB2H07azuk
मेरी औकात क्या है ये मुझे न बताओ,
पहले अपने गिरेबान में झांक कर तो आओ।
तुम कितनी सच्ची ओर ईमानदार हो ये मुझे भी पता है,
वो सारे screenshot राज है उन्हें न खुलवाओ।।
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उसके लिए छोड़ दिया यार को,
मिला दिया उससे उसके प्यार को।
पीठ पीछे बुराई की ये उसका ब्रम है,
दोस्त,यार,जान,भाई ये शब्द भी कम है।।
दोस्ती और अपना पन कम होता तो भूल जाते लोग,
आज भी हर किसी की जुबा पर हमारे किस्से ओर हम है।।-
ए घमंडी ज्यादा आसमान में उड़ मत।
तेज़ हवा में जमीन पर रहने वालों की जीत होती है।।
जमी पर लौटना तो हर किसी की फितरत में है।
पक्षी भी हवा में उड़ सकता है घर बसा नही सकता ।।।-
कुछ अपना तो कुछ गुलज़ारियत से चुराया है,
माफ करना सारा कुछ लिखना तो अभी हमे भी नही आया है।।-
मुश्किले बहुत थी पथ पर बस हमे आता नही था जताना।
इल्जाम इतने लगे हम पर लोगो को लगा हमे निभाना नही आता।
चाहते तो हम भी बुराई का तरकश छोड़ देते तुम पर
कम्भख्त क्या करे हमे उस तरह का निशाना नही आता।।
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बाते सुनु तेरी जो बनाती तुझे खास हो,
जान लू तेरी वो हर बात जो अब तक राज हो।
प्यार ओर विश्वास तो इतना है तुझसे ए मेरे सनम,
जिंदगी में जिसे सुन कर उठु वो तेरी बस तेरी आवाज़ हो।।-
एक के लिए ऑक्सीजन पाने, दूसरे ने जान दाव पर लगाई है।
ये कैसी विपदा आयी है, ये कैसी विपदा आयी है।।
यू कचरे को कम न करके, हमने ही तो पॉलीथिन जलाई है।
ये कैसी विपदा आयी है, ये कैसी विपदा आयी है।।
वो अपनी सहूलियत पाने, हमने ही तो की पेड़ो की कटाई है।
ये कैसी विपदा आयी है, ये कैसी विपदा आयी है।।
गुम है वो चिड़ियों की छन छन, ओर चूड़ियों की खन खन।
शायद हमने ही जिम्मेदारी नही निभाई है, ये कैसी विपदा आयी है।।
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यारो के साथ हम वक्त भूल गए।
वक्त के साथ उन्ही यारो ने हमे भूला दिया।।-
आज जब पुरानी तस्वीर सामने आई,
पता नही क्यों मेरी आँख भर आई।
फिर सोचा क्यों न इन्हें हटाया जाए,
जिंदगी से अपनी दूर भगाया जाए।
क्यों ये सब देख खुद को सताया जाए,
सब कुछ भूले ओर यादो को मिटाया जाए।
इस गम की शाम में दो घुट ले जाम के,
ओर मज़े लेकर सब कुछ भुलाया जाए।।-