चाहत है तुमसे फिर मिलन हो जाये मन वृंदावन मय होजाये
सारे सपने साकार हो जायें जीवन सुख चैन से ही भर जाये
It Is My Mathematical cum Mirror 18981th. Quote Dedicated To YOU-
अब तो चाहत है माफ कर वो "मेरे प्रियतम " कहदे मुझे
मुस्कुराकर ही वो अप्रतिम प्यार से ही लगाले मुझको गले-
आकर लौटकर जो देखा
तुम अबतक ही मुझसे रुठी हो
अबभी बहुत नाराज हो
जैसे पहले मना लेता था तुम्हें
लगता है बैसे आज मनाना
बहूत ही मुश्किल होने बाला है
खैर दिल का है भरोसा
जिसे मनाने का तरीका बताना है-
हम अब भूल ही जायें उसे
पर दिल का क्या करें
जो बहुत ही चाहता है उसे
हालांकि जानते हैं
उसने अन्जाना बना दिया हमें
और बात करने का
हमसे अब वक़्त ही नहीं उसे-
चाहते हैं पढ़ना तुम्हारी किताब का हर पन्ना
और पीना स्वादिष्ट जूस तुम संग बढ़ी ही चाहतों से
चश्मे की जरुरत नहीं, होगा अहसास स्पर्श से-
कभी भी भूलना ना चाहूं यादों को बीते दिनों की
छिपाना चांद सा मुख और उसका सिमटना मेरी बांहों में
दिलाती याद नागिन की लट उसकी जुल्फों की-
यूं मेरा इंतजार तुम्हें करते हुए देख मुझे तसल्ली मिलती है
पास में आते ही मुझे देख तुम्हारे चेहरे पर खुशी खिलती है-
हम तो खुश रखने के लिए यहां वहां ही घुमाते रहते हैं तुम्हें
तुम तो प्रिय मुस्कुराकर जन्नत की ही सैर करा देती हो हमें-