ખુશી થી ખબર નહિ, જખ્મો થી બેશુમાર છે જિંદગી ;વધ્યું તો કશુંય નહિ, છતાંયે સમૃદ્ધ છે આ જિંદગી ;ખામોશી ઓઢી ને તો પછી કેટલુંક બોલી સકત હું ?શબ્દો ના સકંજા થી તો પરે હોય છે બંદગી !- હરિ -
ખુશી થી ખબર નહિ, જખ્મો થી બેશુમાર છે જિંદગી ;વધ્યું તો કશુંય નહિ, છતાંયે સમૃદ્ધ છે આ જિંદગી ;ખામોશી ઓઢી ને તો પછી કેટલુંક બોલી સકત હું ?શબ્દો ના સકંજા થી તો પરે હોય છે બંદગી !- હરિ
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જે આવવાના છે નહીંએનાથી જ મતલબ મને ;આવવાના છે એનું શું આવતા હશે આવી જશે- હરિ -
જે આવવાના છે નહીંએનાથી જ મતલબ મને ;આવવાના છે એનું શું આવતા હશે આવી જશે- હરિ
न जाने कहां कहां दर-बदर भटका हूं घनी छांऊ के लिएकृष्णा, एक तेरा ही किनारा मिला है डूबती नाऊ के लिए -
न जाने कहां कहां दर-बदर भटका हूं घनी छांऊ के लिएकृष्णा, एक तेरा ही किनारा मिला है डूबती नाऊ के लिए
कहीं अंधेरों से रिश्ता ही न ख़त्म हो जाएख़ुद को उजालों में बहुत न उछालिए जनाबअब आह की आवाज भी सुनाई न देगी तुम्हेये ज़ख़्म बहुत गहराइयों में छिपा लिए जनाब -
कहीं अंधेरों से रिश्ता ही न ख़त्म हो जाएख़ुद को उजालों में बहुत न उछालिए जनाबअब आह की आवाज भी सुनाई न देगी तुम्हेये ज़ख़्म बहुत गहराइयों में छिपा लिए जनाब
में ये सोचू की ये आश्मां इतना नीला क्यों है ?बरखुदार ! सब इतने अच्छे है तो ये शिकवा गिला क्यों है ? -
में ये सोचू की ये आश्मां इतना नीला क्यों है ?बरखुदार ! सब इतने अच्छे है तो ये शिकवा गिला क्यों है ?
काम होवत लोग पास आवे जैसे पावन गंगा होई ;मलिन मलिन कहत दूर भागे जब काम न होवे कोई -
काम होवत लोग पास आवे जैसे पावन गंगा होई ;मलिन मलिन कहत दूर भागे जब काम न होवे कोई
उस इंसान ने भीतर कितना कुछ सहा होगा ?जिसने खुद के प्यार को दूर जाने को कहा होगाजहां तू कभी उसे नजरंदाज़ ना कर पाए वैसातू जाऐ फिर उसका एक ख़्वाब- ए - जहां होगाऔर हर वो नेक दिल जहां पे उसकी कद्र नहींहंसी खुशी सब छोड़ वोह फ़ना भी वहां होगा -
उस इंसान ने भीतर कितना कुछ सहा होगा ?जिसने खुद के प्यार को दूर जाने को कहा होगाजहां तू कभी उसे नजरंदाज़ ना कर पाए वैसातू जाऐ फिर उसका एक ख़्वाब- ए - जहां होगाऔर हर वो नेक दिल जहां पे उसकी कद्र नहींहंसी खुशी सब छोड़ वोह फ़ना भी वहां होगा
तू जा रहा है तो क्यों रोके मुझको ?खुद की ज़िम्मेदारी क्यों थोपे मुझको ?केहनी थी जो बात वोह तो केह गया हूंफिर भी अंदर कोई बात क्यों टोके मुझको ? -
तू जा रहा है तो क्यों रोके मुझको ?खुद की ज़िम्मेदारी क्यों थोपे मुझको ?केहनी थी जो बात वोह तो केह गया हूंफिर भी अंदर कोई बात क्यों टोके मुझको ?
कितने सारे लोग होंगे जो उसको पा न सकेहम अकेले ही नहीं है जो उसको पा न सके -
कितने सारे लोग होंगे जो उसको पा न सकेहम अकेले ही नहीं है जो उसको पा न सके
यहां लोग मतलब से मायने रखते है !वरना कहा दूसरे को देखने में आयने लगते है ? -
यहां लोग मतलब से मायने रखते है !वरना कहा दूसरे को देखने में आयने लगते है ?