गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में।वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले।। - Harendra
गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में।वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले।।
- Harendra