बता ऐसी हुई कोनसी खता हमसे ऐ जिंदगी
भुल गई करना तु वफ़ा ऐ जिंदगी-
दिल तुम्हारा बहुत कुछ सुनाता है
अगर कभी समय मिले तो बातें सुनना इसकी
तुम्हारी जिंदगी की हर 1 पहेली को सुलझाता है-
Jindagi Tere Bajar Mein Bikna Chahte Hain per Koi kharidar Nahin Hai
Likhna to bahut Chahte Hain Tere bare mein per likhane ke liye koi kirdar Nahin Hai-
कितना मुश्किल है
जिंदगी में
अपने दोस्तों में से
अपने दोस्तों को ढूंढना
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तलब थी मुझे उसकी
नशा और भी बड़ा था
जब मैं गम में थी सबके हाथ में जाम मेरे हाथ में चाय का गिलास थमा था-
मेरी जिंदगी ने एक बार फिर नया मोड़ लिया
लाकर मुझे वापस उन्हीं राहों पर छोड़ दिया
अकेले है इन राहों पर कोई सहारा नहीं है
समुद्र की तरह बहते जा रहे हैं कोई किनारा नहीं है-
दोबारा फिर उन्हीं रास्तों पर आ गए हैं हम ,
जिन गलियों को हमेशा के लिए छोड़ कर, जाना था उन्हीं से टकरा गए हैं हम-
जिंदगी तेरे बारे में मैं अपना अहसास लिख दूँ ।
एक दो शब्द तो कम है तु कहें तो पुरा इतिहास लिख दूँ ।।-
इत्तेफाक से ही सही पर हम मिले तो जरूर
क्योंकि यह इत्तेफाक भी हर किसी के साथ नहीं होता
तुमको देखा है अपनी आंखों से कभी-कभी तो इन आंखों पर भी विश्वास नहीं होता-
बहुत राज लिखे होते हैं
हर एक राज के अपने अलग कहानी है
मिलो कभी तुम मुझे यह कहानी तुम्हें अपनी जुबानी ही सुनानी है
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