संस्कार मिला तो सम्मान करो,
बुड़े कर्म देख करो बुराई।
सबके नजरों गिर गाए तो
धरी की धरी रह जाएगी चाणक्य की चतुराई।।-
नीलेश्वर वो नीलकंठ, अदियोगी वो देवों के देव।
भोलेनाथ कहलाते है जो, बड़े कृपालु वो मेरे महादेव।।-
जो कागज पे अच्छाई लिखूं तुम्हारी,
तो बाहर से तुम खूबसूरत और हसीन हो।
जो कागज पे सच्चाई लिखूं तुम्हारी,
तो अंदर से तुम बदसूरत और बत्तमीज हो।।-
क्या कहा लेखक हो?
तुम तो अपने ही सवालों का जवाब हो।
तो तुम्हें फिक्र किस बात की मेरे दोस्त?
अपने शब्दों के डोर को थाम लो।
अपने सपनो के पतंग को उड़ान दो।।
भलेही कोई न तुम्हारे साथ हो
किसी को खोने का अब गम नहीं
तो फिक्र किस बात की ?
लो मेरे दोस्त…
जालिम जिंदगी की पहली परीक्षा में
अब तुम कामयाब हो।-
किसी चीज की उतनी कमी न थी, जितनी मोहब्बत की थी जिंदगी में।
ढूढने निकले मोहब्बत तो पता चला, सच्ची मोहब्बत ही नही इस जमीं पे।।-
गर्म दिनों में ठंडी हवा तू।
जैसे मेरे जख्में दिल की बनके आई दवा तू।।
खुदा जो पूछे तो मेरी पहली रज़ा तू।
हां! मोहब्बत तुझसे है लो आज करता बयां हूं।।-
जिन्दगी जब तक जिन्दा रखेगी
दुख में भी खुश रह कर जीने कि पूरी कोशिश करेगे।
Good night 🌃-
दुख में भी खुश रहने कि कोशिश
सिर्फ उन अपनों के लिए किए
जो मेरे दुख से दुखी थे ताकि मुझे खुश देख कर
उनके चेहरे पर मुस्कान आए।
Good morning ☀️-