विचार और व्यवहार में
सामंजस्य न होना ही
धूर्तता/मक्कारी हैं...
✍️एच°बालाच-
हम कितने भी रंगों से क्यों ना रंग जाए,
एक अपनों का रंग न लगे
तो ज़िंदगी बेरंग सी लगती हैं.....
✍️ एच°बालाच-
सुख में सौ मिले , दुख में मिले न एक ।
साथ कष्ट में जो खड़ा , साथी वो ही नेक ।।-
कुछ रिश्ते बहुत रूहानी होते हैं
अपनेपन का शोर नहीं मचाया करते...
🖊️एच°बालाच-
वो हर किरदार निभाने को तैयार हैं...
उसका स्त्री होना ही काफी हैं...
🖋️एच°बालाच
International women's day-
आज के दिन वो लोग भी सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं देते नहीं थकेंगे , जिनके मुंह से छोटी सी बात पर भी महिला से संबंधित गाली निकलती है (दिखावा)
🖋️एच°बालाच🖋️-
औरत की इज्जत करो इसलिए नहीं कि वो औरत है
बल्कि यह साबित करने के लिए 'कि
आपकी तरबीयत है एक अच्छी मां ने की है'
International women's day-
ख्वाहिशों का मोहल्ला बहुत बड़ा होता हैं
बेहतर हैं हम जरूरतों की गली में मुड़ जाएं...-