नीलकंठ नीरज नयन,
बसे तुंग कैलाश ।।
शम्भु वंदना आपकी,
करता ज्ञान प्रकाश ।।
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर जनपद उन्नाव उत्तर प्रदेश 9936385739-
फोन मत करना तुम
न हम कर सकते हैं
हम हैं एक दूजे से दूर
पर हर पल याद करते हैं
काफी साल बीत गये
सम्मुख बात किये हुए
फिर भी एक दूजे से
अब तक न जुदा हुए
सोचता हूँ फोन कर
फिर बातों का शुभारंभ करूँ
फिर रुक जाता हूँ ये सोच के
क्यों दो घरों को बर्बाद करूँ-
क्यूँ समझती हो तुम अपने को अबला ।
तुम भी बजा सकती हो दुष्टों का तबला ।
बस एक बार कर दो दुष्टों पर हमला ।
समझ अपने को रण चण्डी सी सबला ।
फिर कोई दुष्ट नहीं करेगा आप पर हमला ।
क्योंकि समझ जायेगा तुम्हें नहीं तुम अबला ।
हिन्दुस्तानी नारी अमीर हो या गरीब ,
पर अपने तन को ढक कर रखती है ।
इण्डियन नारी गरीब हो या अमीर ,
पर अपने को अर्द्धनग्न ही रखती है ।
हिन्दुस्तानी नारी की सदा सुरक्षित रही लाज ।
इण्डियन नारी ही लुटाती रही अपनी लाज ।
दादी नानी माँ बहन बेटी वधू है नारी
चाची मौसी बुआ ननद भौजाई है नारी
ईश्वर रचित अनमोल गहना है नारी
बिन नारी बेकार है सृष्टि सृजन सारी
ज्ञान प्रकाश गौड़
देवगांव सफीपुर उन्नाव
9936385739— % &-
योगी संग रहे सदा,
जब तक तन में जान ।
योगी सरकार में ही,
खिली चमन मुस्कान ।।
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर जनपद उन्नाव उत्तर प्रदेश
9936385739-
सुमति तेरे प्यार का,मिला जबसे आसरा।
हुआ खुशहाल तब से,ज्ञान का जीवन सारा ।
जबसे किया तुमने,अंधेरे दिल में प्रकाश ।
जगमगाने लगा है,तबसे ज्ञान प्रकाश ।।
तुझे पाया जबसे,दिल धड़कने लगा है।
बुझा हुआ चिराग था,फिर से जल उठा है।
कुछ तो बात है तुझमें,जो ज्ञान धड़कन हो।
याद करे तुझे मेरा दिल तुम मेरी धड़कन हो।।
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर जनपद उन्नाव उत्तर प्रदेश 9936385739-
चलने लगी शीत लहर, कांपे तन हर पहर
गाँव हो या महानगर, सुन्न पड़ीं हर डगर
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर
जनपद उन्नाव उत्तर प्रदेश 9936385739-
दर बदर क्यूँ भटक रहा,
निज हृदय कर तलाश ।
मिल जायेगा वहीं पर
अथाह ज्ञान प्रकाश ।।
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर
जनपद उन्नाव
उत्तर प्रदेश 9936385739-
पहले जैसा अब कहाँ,
कुटुंबी प्रेम भाव ।
अब फैला सारे जहाँ,
स्वार्थ वाला लगाव।।
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर जनपद उन्नाव
उत्तर प्रदेश 9936385739-
बजने वाला प्रातः का पाँच ।मोरनी सँग मोर रहे नाँच ।
अतः उठकर देखें आप । मयूर नृत्य लाजवाब ।
सुबह का रमणीक वातावरण । मुस्कुराता सुबह का शान्त पर्यावरण ?
सुबह का नजारा देख, खिल उठेंगे आप के नयन ।
ह्रदय में महक उठेगा, फूलों का चमन ।
यही दिखलाने को जगाये आप को ज्ञान ।
क्योंकि ज्ञान देखना चाहे,आप की खिली हुई मुस्कान ।
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर जनपद उन्नाव उत्तर प्रदेश 9936385739
शुभ प्रभातम्
जय शारदे माँ-
जब तीन माह का था ज्ञानप्रकाश ।
तब हुआ था ज्ञान माँ का स्वर्गवाश ।
जिससे मिला नहीं हमें माँ का प्यार ।
सिर्फ कल्पनाओं में ही खोजा माँ का प्यार ।
हर रात माँ की याद में बहाये अश्रुधार ।
बिन माँ के शायद छोड़ देता मैं ये सँसार ।
किन्तु जीवन मृत्यु मध्य था दादी बाबा का प्यार ।
और सुरक्षा कवच था पिता का दुलार ।
जिसे भेद न सके यमदूतों के करारे प्रहार ।
इस तरह ज्ञान बचा देखने को ये सँसार ।
ज्ञान प्रकाश गौड़ देवगांव सफीपुर जनपद उन्नाव उत्तर प्रदेश 9936385739
जय शारदे माँ-