Thank you so much
for visiting my profile
and share your affection
🙏🥰🏵️🏵️🏵️-
डायरी मेरी दोस्त है, करते शब्दों में नक्काशी हैं।
गौरव... read more
तन-मन सब स्वस्थ रखो, नित करो योग अभ्यास।
स्वास्थ्य घटे सब दुःख मिले, बेकार होए सब प्रयास...✍️-
थे यूँ तो अपने भी मेरे परायों से
पर हम गैरों को भी अपना बताते रहे।
ज़ख्म थे गहरे और थी पीड़ा बहुत
फिर भी हम सबसे छुपाते रहे।।
थी भीड़ साथ मेरे सदा ही "गुरु"
पर रात चाँद से हम बतियाते रहे।
मैं भी चाहता हूँ रोना सिसकना
पर हम तो सदा ही मुस्कराते रहे ।।-
सबको पागल सा लगता था
जो खोने से तुम्हें डरता रहा।
अपना सब कुछ खोकर भी
प्रयास तेरे लिए करता रहा।।
जिसको किसी के जाने से फर्क नहीं पड़ा।
वो तेरे जाने से रोता रहा ख़ुद से लड़ता रहा।।
जो समझता था तुम्हारी नाराजगी को तुम्हारे अनदेखे को।
फिर भी रिश्ता बचाने की कोशिशें करता रहा।।
सब कुछ सहता रहा जो ख़ामोशी से।
वह अपनो के साथ को तरसता रहा।।
अपनों के ख़ातिर भूल गया अपनी ख़ुशियाँ अपने सपने।
फिर भी हर अपना उलझाता रहा और वो उलझता रहा ।।।-
मोहब्बत तो एकतरफा मुमकिन है
बस इज़हार नहीं,
कौन कहता है सिर्फ़ तीन शब्दों में
प्यार नहीं,
अक्सर लोग दिखावा पसन्द करते हैं,
आकर्षण कुछ समय मे ख़त्म हो जाता है
मगर प्यार नहीं-
मुझसे शब्द वाणी की अपेक्षा अधिक न रखना,
मेरे मूक रहने की वास्तविकता समझ सको तो बेहतर है...✍️-
तुम जो याद आते हो, बहुत कुछ याद आता है
वो मीठी बातें आज भी अकेले हँसाता है !
तुम गणित की प्रश्न , मैं हिंदी का एक शब्द
तुम मात्र एक हल , मैं हूँ हजार अर्थ ...✍️-
शौक देखिए बासी ग़म नहीं खाते
किस्मत देखिए रोज़ नए ज़ख्म हैं आते
चाहत थी जिसके माँग का सिन्दूर होना
किस्मत ने लिखा उसका मामूली दोस्त बनके रहना...✍️-