Gurpreet Singh  
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Joined 24 October 2019


Joined 24 October 2019
10 APR 2023 AT 9:09

मुझे छोड़ कर जाने वाले ने, एक एहसान दिया
मेरे हाथ में सीग्रीट लगाई , और एक कश लिया

कहा इसे जगा बुझा, और धूआँ देख
सोचने में क्या रखा, किसकी गलती थी और किसने सही किया

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28 NOV 2022 AT 22:42

तेरे अक्स का ग़ुलाम हो गया हूँ ।
मोहब्बत में तेरी आम हो गया हूँ ।
तेरे होठों की हस्सी, तेरे आँखों का काजल
अब ले तेरा सरेआम हो गया हूँ ।

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15 SEP 2022 AT 23:03

उसकी ज़ुल्फ़ों के जाल से छुट्टा ही था
उसकी होंठों की हस्सी पे रुक गया

दिल के इस मर्ज़ क़ा बताओ क्या हिसाब दु ।

और बोहोत बातें करी है उसने, सवाल भी थे शायद कुछ
पर मैं तो झील से आँखो में खो गया

कोई समझाए के अब मैं क्या जवाब दु ।

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20 JAN 2021 AT 14:33

ਨਚਨਾ ਤੇਰੇ ਦਰ ਤੇ ਆਕੇ, ਮੈ ਤੇਰੇ ਦਰ ਦਾ ਰਾੰਛਾ ਜੌਗੀ
ਪਤਗੰ ਮੇਰੀ ਨੂ ਸਾਭੰ ਲਇ ,ਤੇਰੇ ਹਥ ਹੇ ਮਾੰਛਾ ਜੋਗੀ
ਮੇਰਾ ਮੇਰਾ ਕਰਦੀ ਤੇਨੂ, ਤੂੰ ਤਾ ਸਭ ਦਾ ਸਾੰਛਾ ਜੋਗੀ
ਰਖ ਲੈ ਮੇਨੂ ਅਪਨੇ ਕੋਲੇ, ਮੈ ਤੇਰੀ ਨਜ਼ਰ ਦਾ ਵਾੰਛਾ ਜੋਗੀ

नचना तेरे दर ते आके, मैं तेरे दर दा रांझा जोगी
पतंग मेरी नू सांभ लयी, तेरे हथ है मांझा जोगी
मेरा मेरा करदी तेनु, तूँ ता सभ दा साँझा जोगी
रख ले मेनू अपने क़ोले, मैं तेरी नज़र दा वांझा जोगी

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15 JAN 2021 AT 16:17

वो जीता था किसी को देख कर, अब ज़िंदगी आधि हो गई है उसकी ।
क़यामत का कहाँ इंतेज़ार करता वो , बर्बादी हो गई है उसकी ।
अरे बहुत बातें करता है वो उसकी , ख़्वार करना दोस्तों ।
अब नाम मत पूछना उससे, बात यूँ है कि शादी हो गयी है उसकी ।

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27 OCT 2020 AT 14:00

समझ को यूँ ना समझो के, समझ को हम समझते है
हमने समझा नही उनको, ना वो हमको समझते है

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23 OCT 2020 AT 11:46

कहानी गड़ ही लेगा वो , जो २ को ८ सुनता है।
उससे दूर ही रहना जो , हर कदम पे जाल बुनता है।

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20 OCT 2020 AT 17:04

बात इतनी सी है के , ज़ुबा पे बात लाने की,
कमबख़्त कोशिश मै करता हूँ ज़ुबा पे बात लाने की

खोजता हूँ मैं शख़्स वो जो, हो गहरी सोच का मालिक
बातें यूँ तो करनी है , पर , कोई बात हो तो बताने की ।

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19 OCT 2020 AT 15:27

अपना दुपट्टा मेरा आशियाना कर दे ।
मेरा “एक” दिन पूरा ज़माना कर दे ।
उतर जा आँखो से ज़हन में मेरे ,
मुझे अपने इश्क़ में और दीवाना कर दे ।

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18 OCT 2020 AT 5:57

मैं भी मोहब्बत में सबाब लिए बेठा हूँ ।
गुज़रे लम्हों की किताब लिए बेठा हूँ ।
कुछ जोड़ा है , और बोहोत कुछ घटाना है ,
आज इस ज़िंदगी का हिसाब लिए बेठा हूँ ।

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