रास्ते तो एक हैं
तू चले या मैं चलू
मंजिलें भी एक हैं
तू रुके या मैं रुकू
दास्ताँ है आँखों में
तू कहे या मैं कहूं
कहानी है हमारी है
कैसे ही बयां करू-
किसी को आशिकी इश्क
किसी को मौसीकी इश्क
सारा का सारा मिले
कहाँ गवारा इश्क
थोड़ा दर्द दे
तो सबको प्यारा इश्क
ज़ाहिर है हर पल मे मुझे
ऐसा तुम्हारा इश्क
सजदे करम चारो और
हमें नज़ारा इश्क
लकीर हो या कलम हो
जुबान हो या कलाम हो
नाम तेरा है हर तख्त पर
ऐसा हमारा इश्क-
इश्क की मस्ती में
बेज़ार हुए जा रहे हैं
नादान हैं सोचते हैं
गुलज़ार हुए जा रहे हैं
बेकरार हुए जा रहे हैं
दरकिनार हुए जा रहे हैं
इंतेहां नहीं जानते
बस निसार हुए जा रहे हैं-
मोहब्बत में मोहब्बत का,
मोहब्बत से इलाज।।
इस दिल का तू हकीम,
इस दिल पे तेरा राज है।-
कभी तो ऐसा भी,
जनाब कर के देखिए।
एक बार को नहीं,
हर बार कर के देखिए।
दिल को इस कदर,
बेकरार के देखिए।
की इश्क किसी से,
बेशुमार कर के देखिए।
नाम उसके सारी,
दिलों जान कर के देखिए।
फिर ना उम्मीदी में भी,
इंतजार कर के देखिए।।-
सूई सा चुभता है दिल में
जब याद आती है तेरी
सम्हाल लूं जो वक्त वो
तो जीत जाऊ मैं भी,
आज नफ़रत कल मोहब्बत
नहीं मुझसे नहीं होगा
तेरी तरह झूठे सारे
गीत गाउं मैं भी,
मोहब्बत बिकने लगी अब
हर क़िस्म के बाज़ार में
काश अकेले रहना
सीख पाऊं मैं भी,
कहानियां जुड़ रही है
कुछ ज्यादा हो गया शायद
अब तो बस खुद सा ही
मीत पाऊं मैं भी।।।-
आवाज़ न सुनू दिल बैठ सा जाता है,
तू दिखाई न दे ये कैसे गवारा करूं।।
तू साथ हो तो दुनिया खूबसूरत है,
तू न हो तो खुदसे भी किनारा करूं।।
बस ये छोटी सी ख्वाहिश है इतनी ही मेरी,
तेरे साथ ही सारी शामें गुजारा करूं।।
जितनी बार देखा करू इश्क हो जाता हूं,
सोचा न था वैसे के इश्क दोबारा करूं।।
बदलते से लगते हैं मिजाज मेरी जुल्फो के,
तू है तो दिल चाहता है इनको भी सवारा करूं।।
ख्याल नहीं सिमटते तेरे बारे हमारे,
अब यही है के इन्हे लफ़्ज़ो से सहारा करूं।।
नहीं पता कितना है इश्क मेरा यार ये,
जितना मेरे बस में तुझसे ही सारा करूं।।
कैसा हो गर ऐसा हो, हर शाम तेरा नजारा हो,
तुझे यूं ही निहारा करू, तेरी नज़र उतारा करूं।।-
अजब कहानी लिए फिरते हैं लोग
ना जाने क्या किया करते हैं लोग
ज़िंदगी किसी के नाम कर...
किश्तों में जिया करते हैं लोग।।-
बरकत-ए-दिल लगी मांगते हैं
मज़हब-ए-इश्क़ में
ले लिया सब कुछ
फिर दिया भी किश्त में-
चिंता मिटी चाहत गई
मनवा बेपरवाह
जिसको कछु ना चाहिए
वो ही शहंशाह
Happy Guru Parb-