GURENIA G   (GURENIA G.)
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Future politician...
Joined 25 August 2019


Future politician...
Joined 25 August 2019
22 OCT 2020 AT 20:41

Kitani safai se yaaro kisi ne ek kaam kr diya .....
Pi kr khud ne bottle .....
Pura maykhana hmare naam kr diya....

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21 OCT 2020 AT 17:01

Meri deewar pr likh kr tum apna naam mera naam kr do ..
Mere jazbaato pr krke apni kalam ka waar mujhe ghayal kr do ...
Mere asko ko yu bekaar na jaane do ...inhe bhi kisi ke naam kr do
Tum likh do khi bhi ..apne saath mera naam mujhe badnaam kr do .

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11 AUG 2020 AT 20:24

तुम अजीज नहीं हुए यह बात तो पक्की है हां तुम मजीद हो यह बात भी पक्की है

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16 JUL 2020 AT 17:12

तू जो चाहे कर छोटे , तू कर मुझे गलत साबित छोटे
तू बढ़ आगे और बढ़ता रह तू कुछ न कुछ करता रह छोटे ..
तू अपने व्यवसाय पर ज्यादा फोकस कर छोटे
तेरा गेम है ऑनलाइन वह से न भटक वरना हार जाएगा छोटे ...मुझे गलत साबित करने में न लगे तो अच्छा रहेगा ...
वरना बीत जाएगी इसी काम में तेरी UMAR CHHOTE .

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16 JUL 2020 AT 8:58

माना तू गलत नहीं छोटे ...
बस इतना याद रखना की तू अलग नहीं छोटे ..
तू गलती करता रह मैं माफ़ करता रहूँगा
बस तू गलतियों की हद में रह छोटे ..
तू गलत नहीं इसी गलत फहमी का शिकार हुआ है
भाई , भाई क साथ न करे वो अब काम हुआ है
तू भी भली भांति जानता है तू मैं और मैं तू थे छोटे ..
रूह रूह से अलग हो कर भी एक नाम से पुकारे जाते हैं छोटे
बस इतना याद रखना की तू अलग नहीं छोटे .

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18 JUN 2020 AT 12:41

काश मुझे भी ये फौज वाला काम मिला होता
मैं भी फौलाद बन कर सरहद पर सीना तान खड़ा होता
अगर होता मैं भी वीरगति को प्राप्त तो भी मिला एक आसमान होता
मेरे खून का एक एक कतरा भारत माँ के नाम होता .

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17 JUN 2020 AT 19:15

कितनी सफाई से यारो किसी ने एक काम कर दिया
जिसको मारा इल्जाम उसी के नाम कर दिया

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17 JUN 2020 AT 11:52

थोड़ा थोड़ा करके ही कुछ तो होगा बस तू करता
तू आगे बढ़ता रह
तू कुछ न कुछ करता रह
बस तू हार न मान
तू अपनी मंजिल का पीछा करता रह
रास्ते से न DAR BAS TU AAGE BADATA RAह
थोड़ा थोड़ा करके ही कुछ तो होगा बस तू करता रह

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16 JUN 2020 AT 20:08

हमे रस्ते से भटके हुए देख कर मुस्कुरा दिए थे तुम
जिस रस्ते पर हमे चलना था उस रस्ते पर चल दिए थे तुम
एक अलग खेल HAI जिंदगी का जनाब ...
पहले हमें भटकाया फिर खुद भटक लिए थे तुम .

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15 JUN 2020 AT 22:11

चाहा था एक अलग मुकाम हासिल करना
किसी ने न करा हो वो काम कोई अच्छा सा काम करना ...



लेकिन जब फसा इस जिंदगी की कस्मकस में तो
अपने मुकाम से हाथ धो ही बैठा साथ में जिंदगी का गुलाम और हुआ

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