Waqt rhte kadar krlo un logo ki,,Jo apke waqt k intezar m waqt guzarte h...Khi ye waqt guzar na jae,,orr unka waqt Badal na jae!!!! -
Waqt rhte kadar krlo un logo ki,,Jo apke waqt k intezar m waqt guzarte h...Khi ye waqt guzar na jae,,orr unka waqt Badal na jae!!!!
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अगर तुम ने दिल के जज्बात यूँ कुचले न होते,,, तो आज हम यू मुस्तहकम हुए न होते.... -
अगर तुम ने दिल के जज्बात यूँ कुचले न होते,,, तो आज हम यू मुस्तहकम हुए न होते....
क्या खता थी मेरी ,,, जो तू दुनिया के सामने तमासा बना गया .. इन अरमान भरी आंखों में,,,दर्द के आंसू दे गया ... छीन ले गया मेरा खून का कतरा मुझसे,, जीते जी मरने जैसा हाल कर गया... -
क्या खता थी मेरी ,,, जो तू दुनिया के सामने तमासा बना गया .. इन अरमान भरी आंखों में,,,दर्द के आंसू दे गया ... छीन ले गया मेरा खून का कतरा मुझसे,, जीते जी मरने जैसा हाल कर गया...
जिसने कभी कदर ना जानी,, उससे अब क्या उम्मीद लगानी... मत डूब इस कदर गम में,, वरना तू मिट्टी में मिल जानी... -
जिसने कभी कदर ना जानी,, उससे अब क्या उम्मीद लगानी... मत डूब इस कदर गम में,, वरना तू मिट्टी में मिल जानी...
फिर तोहीन हुई जज्बातों की,, अंदर कहीं खामोशी छा गई... जिस चरित्र पर फक्र था हमे,, आज उस पर भी आचं आ गई... -
फिर तोहीन हुई जज्बातों की,, अंदर कहीं खामोशी छा गई... जिस चरित्र पर फक्र था हमे,, आज उस पर भी आचं आ गई...
कुछ राज गहरे है जो इस दिल में कहीं ठहरे है -
कुछ राज गहरे है जो इस दिल में कहीं ठहरे है
हाल-ए-दिल क्या सुनाऊं ,,,दर्द इतना बढ़ चुका है...हुआ करते थे जिनके अजीज कभी हम,,, आज वही हमसे खफा हो चले है... -
हाल-ए-दिल क्या सुनाऊं ,,,दर्द इतना बढ़ चुका है...हुआ करते थे जिनके अजीज कभी हम,,, आज वही हमसे खफा हो चले है...
ये जो मेरी आंखों का वीराना पन है,, ना जाने कितने किस्से इनमें दफन है... यूं ही नहीं नम हो जाती ये हर बात पर,, कई गहरे घाव कि इनमें चुभन हैं... -Arya:) -
ये जो मेरी आंखों का वीराना पन है,, ना जाने कितने किस्से इनमें दफन है... यूं ही नहीं नम हो जाती ये हर बात पर,, कई गहरे घाव कि इनमें चुभन हैं... -Arya:)
कुछ तो तेरे मौसम ही मुझे रास कम आए और कुछ मेरी मिट्टी में बग़ावत भी बहुत थी ~परवीन शाकिर -
कुछ तो तेरे मौसम ही मुझे रास कम आए और कुछ मेरी मिट्टी में बग़ावत भी बहुत थी ~परवीन शाकिर
तड़पती हूँ हर लम्हा तेरे लिए,,, मेरी किस्मत का किस्सा है तू... कुछ बेदर्द भूल गए शायद,,, मेरा ही तो हिस्सा है तू... -
तड़पती हूँ हर लम्हा तेरे लिए,,, मेरी किस्मत का किस्सा है तू... कुछ बेदर्द भूल गए शायद,,, मेरा ही तो हिस्सा है तू...